व्यंग - (टिप्पड़ी) - भारत का राष्ट्रपति चुनाव
व्यंग - (टिप्पड़ी) - भारत का राष्ट्रपति चुनाव एसा लग रहा है की भारत का राष्ट्रपति चुनाव, चुनाव नहीं एक वोटर बैंक पाने की एक होड़ है अब बात करे भाजपा की तो मोदी जी तो लालकृष्ण आडवानी जी का सम्मान तो करते है लेकिन उनका राष्ट्रपति बनने का सपना की किसको परवाह है, हमें तो वोट से मतलब |
किसी दलित का चेहरा राष्ट्रपति पद के लिए ये एक चौकाने वाली बात तो नहीं है लेकिन इसके दो अर्थ निकलते है एक वो जिसकी ऊपर चर्चा है यानि वोट बैंक और दूसरा अर्थ-एक साधारण सा फैसला( एक वक्ति जो भारत का नागरिक है और सभी काबिलियत रखता है एक राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के लिए ) |
अब व्यंग -
दलित बन रहा है राष्ट्रपति तो दलितों की रानी श्रीमती मायावती जी को खुश होना चाहिए ना लेकिन एसा नही है
ट्रेनों के Ganral डिब्बो में ये टापिक, पसंदीदा टॉपिक में से एक है
दलित राष्ट्रपति बना तो दलितों को राजा भी मिल जाएगा
मोदी समर्थक को लगता है कोई दिक्कत है नही, क्यों होगी भाई ये तो मोदी जी ने बोला है ना
लेखक- शिवम् सिंह
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